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Thursday, July 22, 2021

धड़के किसी ख़याल पे वो दिल तो पास है

धड़के किसी ख़याल पे वो दिल तो पास है 

उम्रे-दराज़ को अभी जीने की आस है 

Dhadke kisii KHayaal pe vo dil to paas hai

Umr-e-daraaz ko abhii jiine ki aas hai

 

होती है उनसे अब भी चराग़ों में रौशनी 

दीगर है शब की बात जो कब से उदास है 

Hotii hai unse ab bhi charaaGo.n me.n raushnii

Diigar hai shab ki baat jo kab se udaas hai 

 

सौ हसरतें फिरे हैं बरहना शु'ऊर में 

हर जुस्त-जू के तन पे तमद्दुन लिबास है

Sau hasrate.n phire hai.n barahnaa shu’uur me.n

Har just-o-juu ke tan pe tamaddun libaas hai

 

बातिन में तिश्नगी है तो ज़ाहिर में आब-ए-शोर  

कश्ती में प्यास है कि समन्दर में प्यास है 

Baatin me.n tishnagii hai to zaahir me.n aab-e-shor

Kashtii me.n pyaas hai ki samandar me.n pyaas hai

 

मिट्टी के पाँव ले के वो दरिया उतर पड़े 

उस पार की ज़मीन पे मख़मल सी घास है  

MiTTii ke paa.nv le ke vo dariyaa utar paDe

Us paar kii zamiin pe maKHmal si ghaas hai

 

क्या ख़्वाब देखिये कि फ़क़त ख़्वाब सर में है 

देखे है ख़्वाब वो जो हक़ाइक़-शनास है  

Kyaa KHvaab dekhiye ki faqat KHvaab sar me.n hai

Dekhe hai KHvaab vo jo haqaa.iq-shanaas hai

 

वो दिन तो ख़ास था के कहा ख़ुद को हर्फ़-ए-कुन 

जो नजात हो ख़ुदी से तो ये दिन भी ख़ास है

Vo din to KHaas thaa ke kahaa KHud ko harf-e-kun

Jo najaat ho KHudii se to ye din bhi KHaas hai

 

- Ravi Sinha

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बरहना – निर्वस्त्र; शु'ऊर – चेतना; जुस्त-जू – तलाश; तमद्दुन – सभ्यता; बातिन – अंतर्मन; तिश्नगी – प्यास; आब-ए-शोर – खारा पानी; हक़ाइक़-शनास – जिसे यथार्थ की परख हो; हर्फ़-ए-कुन – शब्द "हो जा" जिससे ख़ुदा ने सृष्टि की शुरुआत की 

Barahnaa – naked; Shu’uur – consciousness; just-o-juu – quest; Tamaddun – civilization; Baatin – inner self; Tishnagii – thirst; Aab-e-shor – salty water; Haqaa.iq-shanaas – who knows the reality; Harf-e-kun – the word “Be” with which the universe was born

5 comments:

  1. वाह ....... बहुत खूबसूरत ग़ज़ल सर ....

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  2. शानदार जबरदस्त जिंदाबाद

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  3. क्या शानदार ग़ज़ल हुई है ..
    मुकम्मल 💐💐💐

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  4. बातिन में तिश्नगी है तो ज़ाहिर में आब-ए-शोर
    मानीख़ेज़ ग़ज़ल कही है।
    खूबसूरत है।
    -बजरंगबिहारी

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